आज फिर वो बातें याद आई, जब तू मेरी आँखों में समाई। यही कारण था कि दर्जनों लोगों के साथ ठगी के बाद भी पीड़ित व्यक्ति उनतक नहीं पहुंच सका. तेरे बिना जिन्दगी अधूरी सी लगती है, तू मेरी दोस्त है। DISCLAIMER: This website is designed for customers who will https://janisy961kvd7.wikifiltraciones.com/user