फिर अंगारे पर तपा लें. ऐसा करने से जिसके लिए यह उपाय किया गया है, वह वश में हो जाता है. शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व हे गौरी शंकरार्धांगिं! यथा त्वं शंकरप्रिया। यक्ष राक्षस भैरव बेताल ग्रह राक्षसादिकम क्षणेन हन हन भंजय भंजय मारय मारय ओम https://margarety594cwp0.blog2news.com/profile